फर्जी नौकरी कर रहे बबलू मुदि को बर्खास्त करने की मांग को लेकर बेमियादी धरना
फर्जी नौकरी के खिलाफ धरना

निरसा (धनबाद)। ईसीएल मुगमा के राजपुरा कोलियरी में कार्यरत मृत महिला कर्मी के फर्जी बेटा बनकर नौकरी कर रहे युवक को बर्खास्त करने की मांग को सोमवार से मुगमा एरिया ऑफिस के समक्ष पवि मुदि ने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गई। फर्जी नौकरी कर रहे बबलू मुदि को बर्खास्त करने, कंपनी से ली गई रुपए को वापस लौटने, पेंशन पर रोक लगाने और उस युवक का बचाव कर रहे ईसीएल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने प्रबंधन खास कर एरिया कार्मिक प्रबंधक की भूमिका पर सवाल उठायी है। प्रबंधन ने 28 जून को वार्ता कर समस्या समाधान करने की बात कही। पीड़िता पवि मुदि ने बताया कि 8 वर्ष पहले मेरी सास दुलाली देवी की मौत हो गई। बाद में उसका बेटा मेरे पति की भी मौत हो गई। जब निरसा कुरकुरी अपने पैतृक जमीन बेचने गई तो बबलू मुदि ने दुलाली मुदि का बेटा बताते हुए इसका विरोध किया। पता पता चला कि बबलू मुदि ने मेरे सास की फर्जी बेटा बनकर नौकरी लेकर चापापुर कोलियरी में काम कर रहा है। इसके बाद पूरा पेपर्स के साथ 2023 में उसके खिलाफ ईसीएल प्रबंधन को शिकायत किया गया। 28 मई 2024 को जांच पूरी हो गई। ईसीएल अधिकारी ने उसे फर्जी करार दिया और जल्द इंसाफ करने का भरोसा दिलाया। इस दौरान उसका पेंशन चालू हो गया। पीएफ का रुपए भी निकाल लिया। दावा किया कि बबलू मुदि का मूल नाम सुबोध मुदि, पिता मोती लाल मुदि है। ईसीएल अधिकारियों की मिलीभगत से बबलू मुदि बनकर फर्जी तरीके से नौकरी लेकर काम कर रहा है। कहा कि यदि कार्रवाई नहीं की गई तो भुख हड़ताल भी किया जाएगा। मौके पर युगल भुइयां, मोहन सिंह यादव, चंद्रशेखर आर्य, सपन कुमार महतो, प्रभु नोनिया, बुलन बाउरी, कुंदन यादव, सत्रूधन प्रसाद, श्रीकांत गोराई, मधू गुरु, वरुण मोदी, विपिन बिहारी मंडल, काजल बाउरी, कविता देवी, दासी कोड़ा, गानू मरांडी, सुकुर मुनि टुडू, सुमित्रा मरांडी आदि थे।