डुमरी प्रखंड में बलथरिया के पूर्व पंचायत सेवक सुखलाल महतो के आत्महत्या प्रकरण को ले किया रोषपूर्ण प्रदर्शन
मामला पूर्व पंचायत सेवक सुखलाल से जुड़ी

डुमरी (गिरिडीह)।डुमरी प्रखंड में बलथरिया के पूर्व पंचायत सेवक सुखलाल महतो के आत्महत्या प्रकरण के आरोपी डुमरी बीडीओ एवं अन्य नामजद आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार को झारखण्ड राज्य पंचायत सचिव संघ जिला इकाई द्वारा डुमरी अनुमंडल कार्यालय के मुख्य द्वार में आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया गया।प्रदर्शन के बाद एसडीओ कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा।इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि यदि सुखलाल महतो की आत्महत्या प्रकरण में हुई प्राथमिकी के आरोपी डुमरी बीडीओ एवं अन्य नामजद आरोपियों के विरूद्ध यदि 30 जून तक कार्रवाई नहीं होती है तो 01 जुलाई से जिला के सभी पंचायत सेवक अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे।अध्यक्षता वशिष्ट कुमार सिंह ने किया।जबकि इसके पूर्व पुराना प्रखंड कार्यालय परिसर में सभी पंचायत सेवक बैठक किया। बैठक के बाद सभी पंचायत सेवक जुलूस के शक्ल में नारेबाजी करते हुए कार्यक्रम स्थल पहुंचे।इस दौरान अशोक कुमार सिंह अनुप कुमार,अमर किशोर प्रसाद सिन्हा,मुन्ना मण्डल, मुक्तेश्वर प्रसाद, रघुनन्दन प्रसाद विश्वकर्मा,रूपलाल महतो,राजकिशोर साहु,दिनेश्वर कुमार हाजरा,राम शरण यादव,इन्द्रजीत महतो,स्टीफन मरांडी,चुनु सोरेन, पन्नालाल राम,राजकुमार पासवान,बिनोद कुमार राय, युगल किशोर पासवान,रामचन्द्र प्रसाद वर्मा,सरफराज अंसारी,जानकी महतो,संखैय किस्कू,मोहम्मद सत्तार, धर्मदेव राय,राजकुमार यादव,अर्जुन प्रसाद,श्रीकांत वर्मा,खुर्शीद आलम,विजय प्रसाद, जयनारायण चौधरी, मुकेश कुमार मंडल,फकरुद्दीन अली अहमद आदि दर्जनों पंचायत सेवक उपस्थित थे। वक्ताओं ने कहा कि डुमरी प्रखण्ड के प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं तीन अन्य के विरूद्ध पंचायत सचिव दिवंगत सुखललाल महतो को आत्म हत्या करने के लिए विवश करने के मामले में 15 जून को प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद अभी तक अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होना चिन्ता का विषय है। इससे जिले भर के पंचायत सचिवों में काफी आक्रोश है। जिला प्रशासन द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं कर मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।ज्ञापन में मांग किया है कि स्व सुखलाल महतो पंचायत सचिव डुमरी के निधन पश्चात दर्ज प्राथमिकी के आलोक में अभियुक्तों पर कार्रवाई कर न्याय दिया जाय,वर्तमान बीडीओ के विरूद्ध अंतिम निर्णय होने तक जिला से बाहर रखा जाय।कहा कि मृतक स्व महतो का कार्यरत अवधि का वेतन अवरूद्ध था। सप्ताहिक विभागीय बैठक में स्व० महतो को डाँट-डपट करते हुए कहा कि मेरे चेम्बर में अलग से आओं । चैम्बर में बुलाकर अमर्यादित शब्दो का प्रयोग करते हुए अपमानित किया गया, परिणाम स्वरूप दुखद घटना घटित हुई। इसी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी द्वारा कुछ माह पूर्व महिला पंचायत सचिवों को गाली ग्लौज कर अपमानित किया गया। इतना ही नहीं पंचायत सचिव श्री चुनू सौरेन एवं श्री छेदी महतो को भी पुर्व में इतना अपमानित किया गया कि ये दोनो कर्मी भी डिप्रेशन में चले गये थे। इसका वजह एक मात्र यह है कि भ्रष्टाचार में सहयोगी बनाना चाहती है, जबकि पंचायत सचिव एक मात्र नियमित कर्मचारी है एवं शेष संलग्न अनुबंध कर्मी है। एक तरफ नौकरी का भय तो दुसरी ओर प्रखण्ड विकास पदाधिकारी का भय । यही वजह है आत्म हत्या की घटना का। कोई भी संगठन गलत सदस्य को प्रोत्साहन देकर ऐसे मामले पर प्रोत्साहित नहीं करता, ऐसे कदम पर रोक लगनी चाहिए ।